जितना कम हार्ट ब्लॉकेज, उतना ज्यादा हार्ट अटैक का खतरा :- Dr. Saroj Noida

जितना कम हार्ट ब्लॉकेज, उतना ज्यादा हार्ट अटैक का खतरा :- Dr. Saroj Noida
"जितना कम हार्ट ब्लॉकेज, उतना ज्यादा हार्ट अटैक का खतरा होता है" सुनने में उल्टा लगता है, लेकिन इसमें एक चौंकाने वाली सच्चाई छुपी है — और वो साइंटिफिकली सही है।

कैसे? जानिए इसकी वजह:

1. कम ब्लॉकेज ज़्यादा खतरनाक क्यों?

जब कोई आर्टरी 30–40% ब्लॉक होती है, तो वहां प्लाक (cholesterol जमा) अक्सर फट सकता है।

जब प्लाक फटता है, तो अचानक ब्लड क्लॉट बनता है, जो पूरी आर्टरी को एक ही झटके में बंद कर सकता है।

कम ब्लॉकेज में हार्ट मै कोलेट्रल सर्कुलेशन डेवलप नहीं रहती है, जिससे पेशेंट कि बचने की चांस नहीं रहता है।

ये ब्लॉकेज पहले साइलेंट रहती है — ना दर्द, ना लक्षण, और इसलिए कोई सतर्क नहीं होता।

2. ज्यादा ब्लॉकेज (70–90%) का पता जल्दी चल जाता है:

इसमें सीने में दर्द, थकान या सांस फूलने जैसे लक्षण आते हैं।

मरीज सतर्क हो जाता है, चेकअप करवा लेता है, और इलाज शुरू हो जाता है – जैसे स्टेंट या EECP।

यानी:

छोटी ब्लॉकेज साइलेंट किलर होती है।
बड़ी ब्लॉकेज शरीर हमें चेतावनी दे देता है।

एक लाइन में निष्कर्ष:

"हार्ट अटैक हमेशा बड़ी ब्लॉकेज से नहीं, बल्कि 'अनदेखी' छोटी ब्लॉकेज से आता है!"

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